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*कोई भी स्कूल शिक्षक विहीन न हो, नियुक्ति के लिए तत्काल बनाए ऑर्डर- कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा*।*लंबे समय से कार्य में अनुपस्थित शिक्षकों की सेवा समाप्ति की करें कार्यवाही* , *शिक्षकों को समय में स्कूल आने के दिए निर्देश* । *धरमजयगढ़ और लैलूंगा के स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति के दिए निर्देश*। पढ़िए पूरी खबर

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रायगढ़। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने शिक्षा विभाग एवं आदिवासी विकास विभाग की संयुक्त बैठक ली। उन्होंने शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए कहा की धरमजयगढ़ एवं लैलूंगा विकासखंड में कई स्कूल शिक्षक विहीन है अथवा एकल शिक्षक है, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है, उन स्कूलों के लिए तत्काल ऑर्डर बना कर शिक्षक नियुक्त करने के निर्देश डीईओ को दिए। बैठक में कलेक्टर श्री सिन्हा ने विकासखण्ड स्तर पर शिक्षकों के स्वीकृत पदों एवं उपलब्ध शिक्षकों की जानकारी ली। समीक्षा में उन्होंने पाया की कई शिक्षक लंबे समय से सेवा में अनुपस्थित है, ऐसे शिक्षकों की सेवा समाप्ति की कार्यवाही करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री सिन्हा ने मरम्मत योग्य स्कूलों की जानकारी ली। डीईओ ने जानकारी देते हुए बताया कि जीर्णोद्धार आवश्यकता वाले स्कूलों का पोर्टल में प्रविष्टि किया जा चुका है एवं परीक्षण उपरांत 182 विद्यालयों का टेंडर प्रक्रिया पूर्ण हो चुका है। कलेक्टर श्री सिंह ने शेष अन्य स्कूलों के लिए टेंडर जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा की अगले सत्र से सभी शासकीय स्कूल बेहतर हो जाने चाहिए, ताकि उन स्कूलों में बच्चों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत अबिनाश मिश्रा भी उपस्थित रहे।

कलेक्टर श्री सिन्हा ने जिले में संचालित स्वामी आत्मानंद इंग्लिश/हिंदी स्कूलों की समीक्षा की। उन्होंने स्कूलों में शिक्षकों एवं आवश्यक सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने सभी बीईओ को बच्चों के जाति प्रमाण पत्र बनाने के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। प्रत्येक स्कूलों में मेन्यू चार्ट अंकित होने के साथ नियमित मध्यान्ह भोजन बच्चों को मिलती रहे यह सुनिश्चित करें। उन्होंने चिन्हांकित बालवाड़ी का मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा की सरकार स्कूलों की अधोसंरचना बनाने का कार्य कर रही है। शिक्षक का मुख्य कार्य शिक्षा देना है, शिक्षक समय में स्कूल आए और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दें। उन्होंने विभिन्न ब्लॉकों में संचालित यूथ सेंटरों एवं उपस्थित बच्चो की जानकारी ली, बीईओ ने बताया की बच्चों की संख्या अच्छी है तथा बच्चे रुचि पूर्वक पढ़ाई कर रहे है। इस दौरान उन्होंने समावेशी शिक्षा, सीख कार्यक्रम एवं महतारी दुलार योजना की जानकारी ली, विभागीय अधिकारी ने बताया कि महतारी दुलार योजनान्तर्गत कुछ छात्रों के खाते में त्रुटि होने के कारण राशि नही भेजा गया है। कलेक्टर श्री सिन्हा ने त्रुटि सुधार कर राशि भेजने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री सिन्हा ने आदिवासी विकास विभाग की समीक्षा करते हुए विभाग अंतर्गत संचालित छात्रावास एवं आश्रमों, ऑनलाईन पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति, सामुदायिक वन अधिकार पत्र सहित अन्य योजनाओं के संबंध में अद्यतन स्थिति की जानकारी ली। सहायक आयुक्त आदिवासी ने जानकारी देते हुए बताया कि सामुदायिक वन संसाधन अधिकार पत्रों के अंतर्गत जिले में 248 हितग्राहियों को वन अधिकार पत्रों का वितरण किया जा चुका है। इसी तरह स्वीकृत आवेदन का 93 प्रतिशत वर्ष 2022-23 में ऑनलाईन छात्रवृत्ति स्वीकृत किए गए है। 11 हजार 525 अनुसूचित जनजाति एवं अन्य परंपरागत वन निवासियों को पट्टा वितरण किया गया है। इसी प्रकार जिले में 8 मॉडल छात्रावास पर कार्य किया जा रहा है। कलेक्टर श्री सिन्हा ने स्कूल वाहनों के दुर्घटनाओं के संबंध में चर्चा की। जिस पर संयुक्त कलेक्टर एवं जिला परिवहन अधिकारी श्री दुष्यंत रायस्त ने कहा कि फिटनेस चेक अप के अभाव में स्कूल वाहनों की दुर्घटना होती है। जिला परिवहन अधिकारी ने समस्त बीईओ को निर्देशित करते हुए कहा है कि ब्लाक अंतर्गत आने वाले स्कूल संचालकों को वाहनों का फिटनेस जांच कराने हेतु निर्देश दें। इसके साथ ही उन्होंने कहा की जो बच्चे स्कूल आने लिए दोपहिया वाहन का उपयोग करते है, उनको लाइसेंस के लिए कार्यालय भेजे अथवा शिविर के माध्यम से लाइसेंस बनाने के लिए प्रोत्साहित करें।
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी श्री बी.बाखला, सहायक आयुक्त आदिम जाति श्री अविनाश श्रीवास सहित समस्त विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी उपस्थित रहे।
*पेंशन, पद्दोन्नति जैसे प्रकरणों का सहानभूति पूर्वक करें निराकरण*
कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि हर माह पेंशन, पदोन्नति, क्रमोनती जैसे प्रकरण आते है, उन्हें विभागीय अधिकारी सहानुभूतिपूर्वक निराकरण करें, ऐसे शिक्षकों को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होनी चाहिए। उन्हे समय पर में उसका लाभ प्रदान करें जिससे वे अनावश्यक परेशानियों से बच सके।
*बच्चों का करें काउंसिलिंग, स्थानीय स्तर पर प्रतियोगिता परीक्षा की करवायें तैयारी*
कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि परीक्षा के मद्देनजर बच्चे दबाव की स्थिति में आ जाते है, ऐसे बच्चों का काऊंसिलिंग करते हुए उनसे बात करें। उनका परीक्षा से संबंधित डाउट क्लीयर करें, ताकि उन्हें परीक्षा के अनावश्यक दबाव से निकाला जा सके। कलेक्टर श्री सिन्हा ने शिक्षकों को परीक्षाओं की बेहतर ढंग से तैयारी करवाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि परीक्षा समाप्त होने के पश्चात बच्चों को फिजिक्स वाला की तर्ज पर स्थानीय स्तर पर जेईई, नीट जैसे विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करवायें।

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